शुक्रवार, 6 जुलाई 2018

एक ट्वीट से बचाई गईं 26 लड़कियां

सोशल मीडिया भले ही फेक न्यूज का सबसे बड़ा केन्द्र बन चुकी हो लेकिन इसमें कोई शक नहीं कि आप और हम चाहें तो इसके इस्तेमाल से लोगों की जिंदगियां बचा सकते हैं। ऐसे दो एक नहीं कई उदाहरण हम देख चुके हैं। एक ताजा मामला  अवध एक्सप्रेस का है। अवध एक्सप्रेस बिहार के मुजफ्फरपुर से मुंबई के लिए चलती है, जिसमें यात्रा कर रही 25 नाबालिग लड़कियों को बचाया गया। अवध एक्सप्रेस के कोच एस-5 में आदर्श श्रीवास्तव नाम के एक व्यक्ति भी सफर कर रहे थे। उन्होंने ही ट्विट किया कि उनके कोच में 25 लड़कियां सफर कर रही हैं जो असहज महसूस कर रही हैं, बेहद परेशान हैं और रो रही हैं। इस ट्वीट के बाद रेलवे तुरंत हरकत में आ गया। ट्विटर के माध्यम से सूचना मिलने के आधे घंटे के भीतर मामले की तहकीकात शुरू हो गई। जीआरपी ने चाइल्ड लाइन तथा मानव तस्करी रोधी यूनिट (पुलिस) के साथ मिलकर जांच को आगे बढ़ाया। टीम को शक था कि ये मामला बाल तस्करी का हो सकता है। सादी वर्दी में आरपीएफ के दो जवानों को ट्रेन में भेजा गया।  जीआरपी की एसपी ने बताया, 'जीआरपी और आरपीएफ की एक संयुक्त टीम ने बाल तस्करी के शक में 26 नाबालिग लड़कियों और दो पुरूषों को अवध एक्सप्रेस से पकड़ा है। ये लोग चंपारण (बिहार) से आगरा के ईदगाह जा रहे थे। जांच जारी है। टीमों को बिहार और आगरा भेजा गया है।'  रेलवे के प्रवक्ता के मुताबिक, जब जांच टीम ने लड़कियों से सवाल किया गया तो वे संतोषजनक जवाब नहीं दे सकीं।लड़कियों  की उम्र 10-14 साल के बीच बताई जा रही है जिन्हें फिलहाल बाल कल्याण समिति को सौंप दिया गया। आरपीएफ ने बताया कि उनके माता - पिता को इस बारे में जानकारी दे दी गई है। यह है सोशल मीडिया की ताकत जिसका सही इस्तेमाल जिंदगियां बचाने के काम आ सकता है। 

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विजयी भवः

सुमार्ग सत को मान कर निज लक्ष्य की पहचान कर  सामर्थ्य का तू ध्यान  कर और अपने को बलवान कर... आलस्य से कहो, भाग जाओ अभी समय है जाग जाओ...