शुक्रवार, 12 फ़रवरी 2021

हिंदुओं की सीरियल लिंचिंग जारी है

 


दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके में 10 फरवरी को  रिंकू शर्मा की चाकूओं से गोतकर हत्या कर दी जाती है...  इसके पहले उन्हें और उनके परिवार वालों को बुरी तरह पीटा जाता है... मामले पर परिवार का आरोप है कि रिंकू की  हत्या धार्मिक कारणों से की गई है... लेकिन इस हत्या पर दिल्ली पुलिस ने अलग थ्योरी दी है...  दिल्ली पुलिस का कहना है कि कारोबारी दुश्मनी की वजह से रिंकू शर्मा की हत्या की गई है...रिंकू की हत्या के 5 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

ये तो रही पुलिस की बात अब आपको बताते हैं मामले पर परिवार के लोगों का क्या कहना है...   रिंकू के भाई ने लगभर हर समाचार चैनल पर अपनी बात रखी है.. उसका कहना है कि हत्या मंगोलपुरी के ही 5 मुस्लिम भाईयों ने की है...   मुस्लिम भाइयों ने राम मंदिर के लिए आयोजित एक कार्यक्रम के कारण उनके परिवार को पहले भी धमकी दी थी... ये सभी मंगोलपुरी में रहते हैं और श्री राम के नारे और कार्यक्रमों का विरोध करते थे।

रिंकू अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर के लिए जारी धन संग्रह अभियान में भी सक्रिय भागीदारी निभा रहे थे...  रिंकू की माँ राधा देवी के अनुसार छुरा घोंपने के दौरान भी उनका बेटा जय श्री राम का नारे लगा रहा था... रिंकू पड़ोस के मुसलमानों के रडार में था, क्योंकि उसने अगस्त में राम मंदिर के भूमि पूजन के बाद इलाके में जय श्री राम के नारों के साथ एक रैली भी निकाली थी... इतना ही नहीं वह अभी भी राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा जमा करने के काम में लगा हुआ था...  5 अगस्त को श्री राम मंदिर बनने के उपलक्ष्य में उसने इलाके में श्रीराम रैली निकाली थी. उस वक्त कुछ लोगों ने रिंकू को धमकी भी दी थी. और तभी से वो रिंकू को परेशान कर रहे थे.... 

अब आपको हत्या में शामिल कुछ लोगों के नाम बताते हैं जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है...हत्यारों की पहचान  मोहम्मद इस्लाम, दानिश नसीरुद्दीन, दिलशान और दिलशाद इस्लाम के तौर पर हुई है...  अब कोई बताये मरने वाले का नाम रिंकू शर्मा और माने वालों का  मोहम्मद दानिश इस्लाम दिलशान .... अब इसे कौन सा एंगल दें?  यह धार्मिक एंगल नहीं तो धार्मिक एंगल क्या होगा फिर? 

  मृतक की मां कह रही है कि मरते-मरते रिंकू जय श्री राम के नारे लगा रहा था... हत्या का तात्कालिक कारण जो हो लेकिन हत्या जिस तरीके से की गई इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि मारने वाले उसकी हत्या नहीं क्रूर हत्या के  इरादे से ही आए थे...  

अगर हत्या की वजह कुछ और थी तो रिंकू मरते दम तक राम का नाम क्यों ले रहा था...  क्या कोई अपने उस पड़ोसी को पीठ में चाकू मारने के बाद घूमा घूमा कर मृत्यु कन्फऱ्म होने तक प्रताड़ना दे सकता है जिसने कुछ दिन पहले ही हत्यारों के परिवार को रक्त दान किया हो?

 मीडिया रिपोर्टों से यह बात सामने आई है कि जिन लोगों के लिए उम्मीद की किरण बन कर रिंकू शर्मा ने अपना खून दिया था, उन्हीं लोगों ने उनकी बेरहमी से हत्या की. इस हत्याकांड में शामिल मोहम्मद इस्लाम की पत्नी लगभग 1.5 साल पहले गर्भवती थी. दिल्ली के रोहिणी स्थित अस्पताल में उसका उपचार हो रहा था. उसकी पत्नी की हालत गंभीर थी और उसे खून की सख्त ज़रूरत थी. इसके बाद रिंकू ने इस्लाम की पत्नी को एक नहीं बल्कि दो बार खून दिया था. आरोपितों को रिंकू शर्मा की ओर से मदद का सिलसिला यहीं ख़त्म नहीं होता है. रिंकू शर्मा ने आरोपित मोहम्मद इस्लाम के भाई को कोरोना होने पर अस्पताल में भर्ती कराने में भी मदद की थी... तो क्या आप इस बात को मानने के लिए तैयार हैं कि किसी मामूली बात को लेकर हुई कहा सुनी में वह परिवार ऐसा क्रूुर अपराध करेगा? 

इलाके के लोग इस नृसंस हत्या के पीछे महीनों के प्लानिंग की बात कर रहे हैं.  रिंकू इलाके में हर हफ्ते हनुमान चलीसा का पाठ किया करता था... इसलिए भी वह कट्टरपंथियों के निशाने पर थे....

रिंकू पश्चिम विहार के एक अस्पताल में लैब टेक्नीशियन की नौकरी करता था... वह अपने परिवार का एकलौता कमाने वाला होनहार लड़का था...  देश की राजधानी में एक रामभक्त की ही हत्या नहीं हुई... हत्या हुई है एक बेटे की एक बुढ़ी मां के उम्मीदों की एक भाई के सपनों की...  

एक सनातनी राम भक्त धर्म की दीवार लांघ कर इंसानियत का फर्ज निभाता है और कुछ कट्टर मुसलमान मजहब के नाम पर एहसान भूला कर मदद करने वाले के पीठ में खंजर दे मारते है... इसलिए अब समय आंखे खोलने का आ चुका है... और आंखे खुल भी रही हैं...  हम डरने वाले नहीं हैं...  राम का जयगान करते रहेंगे... क्योंकि हमारे नसों में जो लहू है वो उन बहादूर पूर्वजों का है जिन्होंने तलवार के डर से और संपत्ति के लोभ में अपने आराध्य देवी-देवताओं और अपने धर्म को नहीं बदला...  जय श्री राम 

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विजयी भवः

सुमार्ग सत को मान कर निज लक्ष्य की पहचान कर  सामर्थ्य का तू ध्यान  कर और अपने को बलवान कर... आलस्य से कहो, भाग जाओ अभी समय है जाग जाओ...